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"ऑपरेशन सिंदूर अब भारत की नई आतंकवाद विरोधी नीति है, एक नई रेखा खींच दी गई है।" |
PM मोदी का बड़ा बयान - पाकिस्तान से बातचीत केवल आतंकवाद और POK की वापसी पर होगी, और किसी मुद्दे पर नहीं
पीएम मोदी का लाइव संबोधन:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को साफ़ शब्दों में कहा कि भारत अब किसी भी तरह की “न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग” बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के खिलाफ चल रहे अभियान को सिर्फ अस्थायी रूप से रोका गया है और आगे की कार्रवाई उनके व्यवहार पर निर्भर करेगी।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर अब भारत की नई आतंकवाद विरोधी नीति है, एक नई रेखा खींच दी गई है।"
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा,
“आतंक और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार साथ-साथ नहीं चल सकते, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।”
उन्होंने दोहराया कि भारत पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की बातचीत केवल दो शर्तों पर करेगा — आतंकवाद का खात्मा और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की वापसी।
पहल्गाम आतंकी हमले का ज़िक्र करते हुए, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, मोदी ने कहा कि यह आतंकवाद का सबसे क्रूर चेहरा था। उन्होंने कहा,
“हम उन आतंकवादी ठिकानों पर निर्णायक कार्रवाई करेंगे, जो खतरे की आड़ में काम कर रहे हैं। सरकार प्रायोजित आतंकवाद और आतंकी संगठनों में अब कोई फर्क नहीं किया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान की सेना के वरिष्ठ अधिकारी खुलेआम आतंकियों के साथ खड़े थे — यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद का सबसे बड़ा सबूत है।”
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने उठाए सवाल:
ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम मोदी के संबोधन को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं हो सकते, फिर पाकिस्तान से युद्ध के बीच संघर्षविराम कैसे स्वीकार किया गया? पीएम ने कहा कि हमने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल को नष्ट किया, हम जीत रहे थे, तो फिर सीज़फायर की ज़रूरत क्यों पड़ी? क्या युद्ध के दौरान ही बातचीत हो रही थी?”